मगरमच्छ
- इस की बाह त्वचा बहुत ही कठोर होती है ! एवं उनकी निचे की त्वचा बहुत ही मृदु होती है ! जिसके कारण उन्हें हानि होती है ! मगरमच्छ का शिकार उस के निचले हिस्से में वार कर के किया जाता है !
- इनकी लम्बी पूछ होने के कारण यह पानी में बहुत अधिक गति से भागने में या तैरने में माहिर होते है ! जिससे की इन्हे अच्छा तैराक कहा जा सकता है !
- मगरमच्छ के मुँह में लगभग 24 दन्त होते है ! किन्तु इस के बाद में भी मगरमछ अपने शिकार को सीधा निगलने की कोशिस करता है !
- मगरमच्छ के द्वारा खाये या निगलने वाले किसी भी जीव में बहुत सी एयर होती है ! एवं यह उस एयर को भी निगल जाता है ! एयर उसके पेट में जा कर आंसू पैदा करने वाले हार्मोन की संपर्क में आ जाती है ! जिसके बाद में उन्हें आंसू निकलना शुरू हो जाते है !
- इस की बड़ी तादात में बच्चे जीवित नहीं रह पाते है ! क्योकि इनके जीवन के पहले साल में ही इनका शिकार बड़ी मछलियों एवं छिपकलियों के द्वारा कर लिया जाता है !
- यह लगभग 30 से 70 साल तक जीवित रहते है ! एवं यह एक बार में 10 से 16 अंडे देते है !
- मगरमच्छ पानी में रहने वाला एक शरीसर्प जीव है ! जो की अपने बच्चो को अंडो में जन्म देता है !
- मगरमच्छ की ऊपरी त्वचा को बहुत अधिक साज सज्जा के सामना के लिए प्रयोग में लाया जाता है !
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